रायपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को रायपुर एयरपोर्ट पहुंचे। ओडिशा दौरे पर रवाना होने से पहले उन्होंने मीडिया से बातचीत में बिहार, उत्तर प्रदेश, बीजेपी और चुनाव आयोग पर तीखे हमले किए। अखिलेश ने दावा किया कि बिहार की जनता इस बार बदलाव के मूड में है और महागठबंधन की जीत तय है।
अखिलेश यादव ने कहा, “बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है। लोग महसूस कर रहे हैं कि राज्य तभी बदलेगा जब सरकार बदलेगी। जनता का पूरा समर्थन तेजस्वी यादव के साथ है। इस बार बिहार एक नौजवान मुख्यमंत्री बनाने जा रहा है।”
उन्होंने विश्वास जताया कि महागठबंधन की जीत होगी और एनडीए को करारी हार का सामना करना पड़ेगा।
योगी आदित्यनाथ पर भी साधा निशाना
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए अखिलेश ने कहा, “योगी जी का बिहार से कोई लेना-देना नहीं है। यूपी में भी काम केवल हवा-हवाई हुए हैं। निवेश के नाम पर कमीशन की राजनीति चल रही है। जो खुद ‘कमीशन मॉडल’ पर काम करता है, वो ‘चंगा’ कैसे हो सकता है?”
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता बीजेपी के झांसे में नहीं आने वाली है। अखिलेश ने यह भी जोड़ा कि “2027 में उत्तर प्रदेश में भी बदलाव होगा, क्योंकि लोग बीजेपी की नीतियों से परेशान हैं। बीजेपी देश पर एक रंग थोपना चाहती है, लेकिन देश एक रंगी नहीं हो सकता।”
अमित शाह और बीजेपी पर तीखा वार
गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा, “अमित शाह हर भाषण में घुसपैठियों का जिक्र करते हैं। उन्हें बताना चाहिए कि पिछले 11 सालों में कितने घुसपैठिए आए हैं? सच यह है कि बीजेपी का ध्यान घुसपैठियों से ज्यादा ‘घूस’ पर है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी अपनी सहयोगी पार्टियों को खत्म कर देती है। “जो बीजेपी से दूरी बनाता है, वो खत्म कर दिया जाता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण ओडिशा में देखा जा सकता है, जहां बीजेपी ने अपने सहयोगी के उम्मीदवार तक को अपने पाले में कर लिया,” अखिलेश ने कहा।
चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
बिहार में VVPAT पर्चियों के फेंके जाने की घटना पर अखिलेश ने कहा, “बिहार में वोट चोरी पकड़ी गई है। कई जगह मशीनें बिखरी मिली हैं। चुनाव आयोग को इसका जवाब देना पड़ेगा।”
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और चुनाव आयोग की मिलीभगत अब नहीं चलेगी।
गौरतलब है कि समस्तीपुर जिले के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के शीतलपट्टी गांव में हजारों VVPAT पर्चियां कूड़े में फेंकी मिलीं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस क्षेत्र में 6 नवंबर को मतदान हुआ था, जबकि 8 नवंबर को ग्रामीणों ने कूड़े के ढेर में पर्चियां देखीं।














