देश की सियासत इन दिनों फर्जी वोटिंग और वोट चोरी के आरोपों से गरमाई हुई है। विपक्ष लगातार चुनाव आयोग और सरकार पर सवाल उठा रहा है। इसी बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने एक नया फार्मूला सुझाया है। उन्होंने कहा कि अगर वास्तव में पारदर्शी चुनाव कराने हैं तो आधार कार्ड को चिप से जोड़ना होगा। इससे फर्जी वोट डालने वालों की पहचान तुरंत हो जाएगी और “वोट चोरी का खेल” हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा।
औरैया में गरजे अखिलेश यादव
शनिवार को औरैया पहुंचे अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और आगामी चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया। यहां उन्होंने कहा,
“आज फर्जी आधार कार्ड बनाकर वोटिंग की जा रही है। यदि आधार कार्ड को चिप से जोड़ा जाए तो हर वोट की पहचान पक्की होगी और चुनाव निष्पक्ष हो सकेंगे।”
जातिगत जनगणना और आरक्षण पर भी बोले
सपा प्रमुख ने कहा कि अगर देश में जातिगत जनगणना कराई जाए तो आरक्षण सही तरीके से लागू किया जा सकता है। उन्होंने पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) की एकता को ही देश और समाज की ताकत बताया। अखिलेश के मुताबिक, पीडीए की मजबूती ही 2024 लोकसभा चुनावों में सपा को तीसरे स्थान पर ले आई और आगे यही रास्ता सत्ता तक ले जाएगा।
बीजेपी पर करारा हमला
अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर समाज में नफरत फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा,
“बीजेपी ने समानता, स्वतंत्रता और भाईचारे को कमजोर कर दिया है। संवैधानिक संस्थाओं की स्वायत्तता खत्म करने की साजिश चल रही है। चुनाव आयोग भी अब सवालों के घेरे में है।”
उन्होंने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए कि वे वोटर लिस्ट पर कड़ी नजर रखें, हर समर्थक का नाम लिस्ट में जुड़वाएं और बीजेपी के “झूठे प्रचार” का पर्दाफाश करें।
2027 में बनेगी सपा सरकार?
अखिलेश ने भरोसा जताया कि 2027 का विधानसभा चुनाव सपा की जीत से तय होगा। उनका दावा था –
“बीजेपी के अब गिने-चुने दिन ही बचे हैं। समाजवादी पार्टी की सरकार बनना तय है।”
इस बयान के साथ ही अखिलेश ने चुनावी मैदान में एक नई बहस छेड़ दी है – क्या आधार कार्ड को चिप से जोड़कर वोटिंग सिस्टम को और पारदर्शी बनाया जाएगा या यह सिर्फ सियासी जुमला बनकर रह जाएगा?














