
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने सुप्रीम कोर्ट के प्रख्यात वकील कपिल सिब्बल से आग्रह किया है कि वे कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए डॉक्टर के रेप और मर्डर केस से खुद को अलग कर लें। चौधरी का कहना है कि सिब्बल को बंगाल की आम जनता के गुस्से और संवेदनाओं का सम्मान करते हुए अपराधियों की तरफदारी नहीं करनी चाहिए।
चौधरी की अपील:
अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा, “कपिल सिब्बल एक मशहूर वकील हैं और भारत के कानून जगत में उनका बड़ा नाम है। मैं उनसे गुजारिश करता हूं कि वे इस केस से खुद को अलग कर लें। बंगाल के लोगों के गुस्से और संवेदनाओं को ध्यान में रखते हुए उन्हें इस मामले से पीछे हट जाना चाहिए।”
घटना की पृष्ठभूमि:
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त की रात 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना के बाद बंगाल सहित देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस घटना को लेकर ममता सरकार को तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
सिब्बल पर चौधरी का बयान:
चौधरी ने कहा, “कपिल सिब्बल कभी लोकसभा के सदस्य थे और अभी राज्यसभा के सदस्य हैं। उन्हें अपराधियों की तरफदारी से बचना चाहिए।”
सोशल मीडिया का जिक्र:
चौधरी ने सोशल मीडिया पर सिब्बल के खिलाफ हो रही आलोचनाओं का भी जिक्र किया और कहा कि यह स्थिति उन्हें चिंतित कर रही है। उन्होंने सिब्बल से आग्रह किया कि वे इस मामले से खुद को वापस ले लें।
डॉक्टर की हत्या का मामला:
9 अगस्त की रात कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 31 वर्षीय महिला डॉक्टर का शव मिला था, जिसमें रेप और हत्या की पुष्टि हुई थी। इस घटना ने डॉक्टर्स और आम जनता में नाराजगी फैलाते हुए हड़ताल और विरोध प्रदर्शनों को जन्म दिया।
निष्कर्ष:
अधीर रंजन चौधरी ने कपिल सिब्बल से अपील की है कि वे इस संवेदनशील मामले से खुद को अलग कर लें, ताकि बंगाल की जनता के गुस्से और संवेदनाओं का सम्मान हो सके।