
आगरा: आज श्रावण माह का दूसरा सोमवार है और हर ओर कांवड़ यात्रा, परिक्रमा और “बम बम भोले” के जयकारों की गूंज सुनाई दे रही है। भगवान शिव के भक्त अपने आराध्य को मनाने के लिए गंगा नदी से जल लेकर कांवड़ यात्रा निकाल रहे हैं और गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक कर रहे हैं। ऐसा ही एक दृश्य ताजमहल पर भी देखने को मिला, जब एक महिला अचानक कांवड़ लेकर ताजमहल की ओर चलने लगी। हालांकि, पुलिस ने उस महिला को ताजमहल के प्रवेश द्वार पर ही रोक दिया और आगे जाने नहीं दिया।
ताजमहल को लेकर अक्सर विवाद होते रहते हैं। एक ओर जहां पर्यटक बड़ी संख्या में ताजमहल का दीदार करने आते हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ हिंदूवादी संगठन इसे “तेजोमहालय” मानते हैं और दावा करते हैं कि यह शिव मंदिर है। श्रावण माह में भगवान शिव का जलाभिषेक करना महत्वपूर्ण माना जाता है, और मीरा राठौर नामक महिला, जो खुद को एक हिंदूवादी संगठन की पदाधिकारी बता रही हैं, इस बात पर अड़ी थीं कि वह ताजमहल पर कांवड़ चढ़ाएंगी। उनका कहना था कि वह गंगा जी से जल लेकर आई हैं और यह उनका तेजोमहालय है। जब वह ताजमहल पर कांवड़ चढ़ाने पहुंचीं, तो वहां तैनात सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया। महिला का कहना है कि वह किसी भी कीमत पर कांवड़ ताजमहल पर ही चढ़ाएंगी।
ताजमहल में कांवड़ चढ़ाने की जिद पर अड़ी महिला
श्रावण माह के दूसरे सोमवार को एक महिला ताजमहल पर कांवड़ चढ़ाने आई। कांवड़ लेकर ताजमहल पहुंची महिला का नाम मीरा राठौर है। मीरा का कहना है कि भगवान शिव ने उन्हें बुलाया है, इसलिए वह कांवड़ लेकर आई हैं और इसे तेजोमहालय मानती हैं। वह किसी भी कीमत पर भगवान शिव पर गंगाजल चढ़ाने का संकल्प लेकर आई हैं। महिला का दावा है कि भगवान शिव ने उन्हें सपना देकर गंगाजल लाने को कहा था, इसलिए वह कांवड़ लेने गई थीं और अब वापस आई हैं। उन्हें वहां सुरक्षा बलों ने रोक दिया और आगे जाने नहीं दिया, परंतु मीरा राठौर अड़ी हैं कि वह भगवान शिव के कहने पर ही आई हैं और कांवड़ चढ़ाकर ही जाएंगी।