
गाजियाबाद में एक महिला फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर बार-बार रेस्टोरेंट और कैफे में छापा मारती थी। यह महिला अपने आप को गृह मंत्रालय में तैनात बताती थी और अपने साथ एक गाड़ी लेकर चलती थी, जिसमें एक ड्राइवर और दो कर्मचारी होते थे। इस वाहन पर सरकारी नीली बत्ती और हूटर लगे हुए थे, और उस पर एडिशनल डायरेक्टर की नाम प्लेट के साथ ‘भारत सरकार’ लिखा हुआ था। महिला के पास फर्जी आई कार्ड और नियुक्ति प्रमाण पत्र भी था।
पुलिस ने इस फर्जी आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है। एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस को एक तहरीर मिली थी, जिसमें एक महिला और तीन व्यक्तियों ने अंगीठी कैफे पर आकर अपने आप को आईएएस अधिकारी बताया और एक लाख रुपये की मांग की। उन्होंने 20,000 रुपये वसूल भी कर लिए। जब वे बाकी रकम लेने के लिए फिर से कैफे पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। जांच के दौरान, पुलिस को पता चला कि कोमल तनेजा नाम की कोई महिला आईएएस अधिकारी नहीं है।
कोमल तनेजा और उसके साथी अमित कुमार, अमित शर्मा, और ड्राइवर तिजारिफ ने पूछताछ के दौरान अपना गुनाह कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि उनका एक ग्रुप है जो रात में दिल्ली एनसीआर के कैफे, रेस्टोरेंट, और बार में छापा मारता था और उनसे धनराशि वसूलता था। इन लोगों ने कई लोगों के साथ ठगी की है और पुलिस इस मामले में और जानकारी जुटा रही है।फर्जी आईएएस अधिकारी कोमल तनेजा ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है।