
दिल्ली में प्रधानमंत्री रैली में फायर विभाग की लापरवाही
New Delhi: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में चुनावी सभाओं के दौरान दिल्ली में जनसभा और रैलियां की थीं। इस दौरान सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर थीं, लेकिन द्वारका में एक जनसभा के दौरान दिल्ली फायर विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई। वहां 22 मई को रात्रि 4 बजकर 10 मिनट पर सिटी सेंटर मॉल में आग की सूचना पर जब दमकल की आवश्यकता पड़ी, तो पता चला कि संबंधित स्टेशन पर कोई भी फायर यूनिट तैयार नहीं थी। वाटर बाउसर का भी उपयोग स्टेशन में तैयार करने की जगह, उसे पम्पिंग के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।
प्रधानमंत्री के दौरे के समय, जब सुरक्षा की व्यवस्था को विशेष ध्यान में रखा जाता है, इस तरह की लापरवाही अत्यंत निराशाजनक है। इस मामले में द्वारका फायर स्टेशन के एसटीओ मुकुल भारद्वाजकारण को बताने के लिए नोटिस जारी किया गया था, लेकिन बाद में इसे बिना किसी कार्रवाई के बक्श दिया गया।
प्रधानमंत्री के दौरे के चलते, फायर विभाग ने अन्य स्टेशनों से सहायता लेकर स्थिति को संभाला। लेकिन इस तरह की लापरवाही पर सवाल उठता है, जब प्रधानमंत्री एक क्षेत्र में मौजूद होते हैं और एक ऐसे महत्वपूर्ण समय में इस तरह की सुरक्षा व्यवस्था में चूक होना संभावनाओं को बढ़ाता है।
इस घटना ने यह साबित किया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के समय सभी विभागों को पूरी तैयारी में रखना बहुत आवश्यक होता है। ऐसा नहीं किया जाना स्थानीय अधिकारियों की असफलता को प्रकट करता है, जो कि एक इतने महत्वपूर्ण समय पर बहुती बड़ी लापरवाही थी।