बिरनो (ग़ाज़ीपुर) के भागलपुर दुदवा गांव में Indian Army के शहीद जवान Vinod Kumar Rajbhar का छठवां शहादत दिवस रविवार को सादगीपूर्ण लेकिन बेहद भावुक माहौल में श्रद्धा के साथ मनाया गया। Ladakh में मातृभूमि की रक्षा करते हुए 30 नवंबर 2019 को सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सपूत की याद में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में क्षेत्र के सैकड़ों युवा, ग्रामीण और गणमान्य नागरिक नम आंखों के साथ शामिल हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत शहीद के तैलीय चित्र पर माल्यार्पण से की गई। मुख्य अतिथि सांसद Afzal Ansari और विशिष्ट अतिथि विधायक Virendra Yadav ने पुष्पमाला अर्पित कर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
सभा को संबोधित करते हुए सांसद अफजाल अंसारी ने कहा,
“देश की सुरक्षा हमारे वीर जवानों के साहस और बलिदान से ही संभव है। शहीद का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है, उनकी शहादत कभी व्यर्थ नहीं जाती।”
विधायक वीरेंद्र यादव ने उनके विचारों को आगे बढ़ाते हुए कहा,
“शहादत मातृभूमि के प्रति सबसे बड़ा धर्म है। शहीद विनोद राजभर के पराक्रम और समर्पण से हमें यह सीख लेना चाहिए कि देशसेवा से बड़ा कोई कार्य नहीं।”
वहीं युवाओं की ओर से मंच पर उपस्थित Aditya Rajbhar ने सांसद और विधायक के बयानों से सहमति जताते हुए कहा,
“शहीद जवान ही राष्ट्र की शान हैं। युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर सेना में भर्ती होना चाहिए, ताकि देश सशक्त और सुरक्षित रहे।”
कार्यक्रम के दौरान उस समय पूरा माहौल गमगीन हो गया, जब शहीद की पत्नी पूनम राजभर अपने छोटे बच्चों सौरभ और गौरव के साथ मंच की ओर आईं। विशाल भीड़ को देखकर उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े, जिसे देख मंच पर मौजूद लोगों और उपस्थित जनसमूह की आंखें भी नम हो गईं। ग्रामीणों ने शहीद परिवार को सांत्वना देते हुए सम्मान और एकजुटता का भरोसा दिलाया।
श्रद्धांजलि सभा में लोकगीत कलाकार Chandrahas Rajbhar और Bhagwan Yadav ने अपने करुण लोकगीतों से शहीद के बलिदान को सुरमयी नमन किया। गीतों की वेदना और वीर-गाथा ने कार्यक्रम को भावनात्मक ऊंचाई प्रदान की।
कार्यक्रम में शहीद की माता दुलारी देवी, बहन मीरा देवी, डॉक्टर रामाशंकर राजभर, पूर्व मंत्री सुबास राम, मरदह प्रमुख Dharmendra Singh, अवधेश राम, कैलाश राजभर, राकेश राजभर, गुड्डू यादव, श्रवण राजभर, वकील यादव, आदिल, आदित्य सहित कई समाजसेवी, ग्राम प्रधान और बुद्धिजीवी मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संचालन पूर्व ग्राम प्रधान Akash Rajbhar ने किया। संचालन के दौरान शहीद विनोद राजभर के जीवन संघर्ष और साहस को साझा किया गया। कार्यक्रम संयोजकों में शहीद के भाई राम प्रकाश राजभर, ओमप्रकाश राजभर और रामविलास राजभर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
श्रद्धांजलि सभा का समापन शहीद के सपनों को आगे बढ़ाने, युवाओं को राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित करने और उनके बलिदान को सदैव याद रखने के संकल्प के साथ किया गया। पूरी सभा में अनुशासन, सम्मान, श्रद्धा और आत्मीयता साफ झलक रही थी।














