गाजीपुर, उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण जनसेवा मंच (रजि.) ने पूर्व IAS अधिकारी संतोष वर्मा द्वारा दिए गए कथित आपत्तिजनक बयान के विरोध में कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। मंच का आरोप है कि यह बयान जातिगत वैमनस्य और महिलाओं के सम्मान के खिलाफ है तथा सामाजिक विद्वेष को बढ़ावा देता है।शनिवार को मंच के नेतृत्व में सरजू पाण्डेय पार्क से जिलाधिकारी कार्यालय तक जनाक्रोश मार्च निकाला गया। सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने “संतोष वर्मा मुर्दाबाद” और “माफी मांगो” जैसे नारे लगाए। इसके बाद विनोद जोशी को राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा गया।मंच संयोजक प्रदीप कुमार चतुर्वेदी द्वारा जारी पत्र में कहा गया कि वर्मा का यह कथन “जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान न कर दे…” स्त्री सम्मान, गरिमा और संवैधानिक मूल्यों पर गंभीर चोट है। मंच ने इसे बिना मान्यता की डिग्री से संचालित कानूनी उल्लंघन के समान गंभीर बताया, जो समाज में घृणा और राष्ट्रीय एकता के लिए खतरा बन सकता है।ज्ञापन में मुख्य मांगें शामिल हैं—कठोर दंड, उचित धाराओं में दंडात्मक कार्रवाई, एहतियातन गिरफ्तारी तथा भविष्य में इसी तरह के बयान पर सख्त कठोर नीति लागू करना।ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से मनोज बाबा, वीरेंद्र नाथ पाण्डेय, दीपक उपाध्याय, शिवम उपाध्याय, अमित पाण्डेय, विनोद मिश्रा सहित कई नामजद प्रतिनिधि और “इत्यादि” सैकड़ों समर्थक मौजूद रहे। मंच ने अधिकारियों से आग्रह किया है कि शीघ्र, निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई कर जनभावनाओं, महिला-सम्मान और सामाजिक सौहार्द की रक्षा सुनिश्चित की जाए।














