गाजीपुर – स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और आदिवासी लोकनायक बिरसा मुंडा की जयंती को बुधवार को पूरे उत्साह के साथ ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाया गया। जिला विकास अधिकारी सुबाष चन्द्र सरोज के मुख्य आतिथ्य में विकास भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। कार्यक्रम में बिरसा मुंडा सहित सभी आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को स्मरण किया गया और उनकी सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डाला गया।इस अवसर पर देदियापाड़ा, गुजरात में आयोजित जनजातीय गौरव वर्ष समारोह-2025 में प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए संबोधन का लाइव प्रसारण भी देखा गया। कार्यक्रम में मौजूद जनजातीय समुदाय के लोगों ने प्रसारण को उत्साहपूर्वक सुना और उनके संदेशों से प्रेरित हुए।जिला विकास अधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि बिरसा मुंडा ने कम आयु में ही अन्याय, अत्याचार और शोषण के खिलाफ महाआंदोलन ‘उलगुलान’ का नेतृत्व कर आदिवासी समाज को एकजुट किया। उनके ‘अबुआ दिशुम, अबुआ राज’ के संदेश ने आत्मनिर्भरता, स्वाभिमान और न्याय की भावना को मजबूत किया। उन्होंने बताया कि जनजातीय गौरव दिवस मनाने का उद्देश्य उनकी विचारधारा और संघर्षों को नई पीढ़ी तक पहुँचाना है, ताकि समाज में समानता और अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़े।कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला समाज कल्याण अधिकारी (विकास), जिला समाज कल्याण अधिकारी, छात्रावास अधीक्षक, सहायक विकास अधिकारी (स०क०) तथा ग्राम विकास अधिकारी सहित अन्य कर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम का समापन अभय कुमार सिंह द्वारा सभी उपस्थितों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए किया गया।














