नोएडा: गुरुवार को जर्मनी से स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत नोएडा पहुंचे 15 वर्षीय छात्र को देर रात अचानक बाएँ अंडकोष में अत्यधिक असहनीय दर्द होने लगा। स्थिति गंभीर होती देख उसके अभिभावक तुरंत उसे कैलाश अस्पताल के आपातकालीन विभाग में लेकर पहुंचे। अस्पताल में प्राथमिक जांच के दौरान पता चला कि छात्र के अंडकोष में रक्त संचार रुक गया है।
तुरंत अल्ट्रासाउंड (कलर डॉपलर) कराया गया, जिसमें पुष्टि हुई कि ब्लड फ्लो बंद होने के कारण अंडकोष काला-नीला पड़ने लगा था। यूरोलॉजिस्ट डॉ. प्रतीक माहेश्वरी ने स्थिति को गंभीर बताते हुए तत्काल ऑपरेशन की सलाह दी।
डॉक्टरों की टीम ने बिना देर किए छात्र को ऑपरेशन थिएटर में ले जाकर मेहनत और विशेषज्ञता के साथ अंडकोष में रक्त प्रवाह बहाल कर दिया। साथ ही अंडकोष को उसकी सही स्थिति में फिक्स भी कर दिया गया। समय पर उपचार मिलने के कारण छात्र की स्थिति स्थिर है और उसे डॉक्टरों की निगरानी में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
डॉ. प्रतीक माहेश्वरी ने बताया कि ऐसी स्थिति (टेस्टिकुलर टॉर्शन) में मरीज यदि 3 से 6 घंटे के भीतर अस्पताल पहुँच जाए, तो ऑपरेशन द्वारा अंडकोष को बचाया जा सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि असहनीय अंडकोष दर्द की स्थिति में समय न गंवाएँ और तुरंत अस्पताल पहुँचें।
विदेशी छात्र के अभिभावकों ने कैलाश अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कठिन समय में टीम ने उनके बच्चे की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।














