मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में चल रहे कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान (SSA) के प्रशिक्षण शिविर में एक अनोखा नज़ारा देखने को मिला। कांग्रेस नेता राहुल गांधी दो मिनट की देरी से शिविर स्थल पर पहुंचे तो उन्होंने पार्टी नियमों के तहत अपनी गलती स्वीकार करते हुए दस पुश-अप्स लगाकर सजा पूरी की।
पार्टी के कार्यकर्ताओं के अनुसार, यह नियम एआईसीसी प्रशिक्षण विभाग के प्रमुख सचिन राव द्वारा बनाया गया था, जिसके तहत शिविर में देरी से पहुंचने पर सभी प्रतिभागियों को यही ‘अनुशासनात्मक सजा’ दी जाती है। राहुल गांधी ने बिना किसी हिचक के इस नियम का पालन किया, जिससे कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल बन गया।
कांग्रेस के मीडिया समन्वयक अभिनव बरोलिया ने कहा,
“राहुल गांधी के लिए यह कोई नई या चौंकाने वाली बात नहीं है। हमारे शिविरों में अनुशासन सर्वोपरि है। कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है, जहां नेता और कार्यकर्ता सभी के लिए नियम समान हैं। यहां किसी तरह की तानाशाही नहीं है, जैसा कि अन्य दलों में देखने को मिलता है।”
बरोलिया ने आगे बताया कि शिविर के बाद राहुल गांधी बिहार में चुनाव प्रचार के लिए रवाना हुए।
5 महीनों में राहुल गांधी का मध्य प्रदेश का दूसरा दौरा
पार्टी के वरिष्ठ नेता सचिन राव ने बताया कि उन्हें शिविर में हुई अन्य चर्चाओं के बारे में बोलने की अनुमति नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह ज़रूर कहा कि राहुल गांधी का यह दौरा पार्टी संगठन को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह राहुल गांधी का पांच महीनों में मध्य प्रदेश का दूसरा दौरा था। पिछले साल दिसंबर में बेलगावी में हुई कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में ‘संगठन सृजन अभियान’ की घोषणा की गई थी। इसकी शुरुआत इस साल 3 जून को भोपाल से हुई थी।
एक कांग्रेस नेता के मुताबिक, “हम लंबे समय से मध्य प्रदेश में सत्ता से बाहर हैं। अब ‘मिशन 2028’ के तहत राज्य में फिर से कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए हम पूरी ताकत से जुटे हैं।”
11 नवंबर को संपन्न हुआ यह प्रशिक्षण शिविर कांग्रेस के लिए अनुशासन, एकता और संगठनात्मक मजबूती का प्रतीक बन गया।














