गाज़ीपुर – सेवराई स्थानीय तहसील मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा में रविवार को अव्यवस्था का आलम देखने को मिला। जानकारी के अनुसार सेवराई गांव निवासी किसान नेता भानु प्रताप सिंह पैर में चोट लगने के बाद इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां कोई चिकित्सक अथवा स्वास्थ्यकर्मी मौजूद नहीं मिला। अस्पताल में केवल सुरक्षाकर्मी तैनात थे।पीड़ित ने बताया कि अस्पताल का मुख्य गेट तो खुला था लेकिन ओपीडी और अन्य कमरों पर ताला लटक रहा था। गार्ड ने भी साफ कहा कि अस्पताल में कोई डॉक्टर या कर्मचारी मौजूद नहीं है। इस पर भानु प्रताप सिंह ने एसडीएम सेवराई को मामले की शिकायत की और लापरवाह चिकित्सकों एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें अस्पताल की स्थिति स्पष्ट दिखाई दे रही है।ग्रामीणों का कहना है कि शनिवार और रविवार को अस्पताल में अक्सर चिकित्सक अनुपस्थित रहते हैं, जबकि शासन की ओर से निर्देश है कि इन दिनों इमरजेंसी सेवाएं बाधित नहीं होनी चाहिए। इस लापरवाही से मरीजों को बिना इलाज लौटना पड़ता है।वहीं, इस पूरे मामले पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. धनंजय आनंद ने आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में चिकित्सक और गार्ड नियमित रूप से मौजूद रहते हैं।ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार नहीं हुआ तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे।