पटना,:— बिहार और नेपाल सीमा के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस की नई सर्विस की खुशख़बरी मिली है। प्रस्तावित दानापुर–जोगबनी वंदे भारत ट्रेन दानापुर से चलकर पाटलिपुत्र, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सहरसा, मधेपुरा और पूर्णिया होते हुए जोगबनी (नेपाल सीमा के निकट) पहुंचेगी और पूरे रूट का सफर अनुमानित रूप से सिर्फ़ आठ घंटे में पूरा करेगी।
यात्रा से Seemanchal क्षेत्र को बड़ी राहत
यह सेवा सीमांचल के यात्रियों के लिए बड़ी सहूलियत साबित होगी। राजधानी पटना और आसपास के जिलों से नेपाल जाने वालों का समय और कष्ट दोनों कम होंगे — पर्यटन, धार्मिक यात्रा और व्यापारिक आवागमन के साथ सीमा पार संपर्क भी सुविधाजनक होगा। जोगबनी स्टेशन से नेपाल की सीमा पैदल पहुंचने लायक है, इसलिए यह कनेक्टिविटी यात्रियों के लिए सुविधाजनक साबित होगी।
रूट, समय और परिचालन की रूपरेखा
रिपोर्टों के अनुसार ट्रेन जोगबनी से सुबह चलेगी और करीब आठ घंटे की यात्रा के बाद दोपहर तक दानापुर पहुंचेगी। वहीं वापसी में दानापुर से प्रस्थान कर यह रात में जोगबनी पहुँचने का शेड्यूल रखा जा रहा है। यात्रियों की मांग और व्यस्तता को ध्यान में रखते हुए 16-रैक वाली वंदे भारत ट्रेन चलाने की प्लानिंग भी विचाराधीन है। हालांकि, संबंधित समय-सारिणी और आधिकारिक परिचालन विवरण रेलवे द्वारा जारी किए जाने अभी बाकी हैं।
उद्घाटन की संभावना
सूत्रों में कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री समारोह के दौरान इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर सकते हैं — खासकर जब प्रधानमंत्री पूर्णिया एयरपोर्ट के उद्घाटन के कार्यक्रम जुड़ें। परंतु इस संबंध में रेलवे या केंद्र सरकार की कोई आधिकारिक घोषणा अभी प्रकट नहीं हुई है।
क्यों है यह अहम — तेज़, आरामदायक और प्रभावशाली
वंदे भारत की लग्ज़री सुविधाएँ (फास्ट ट्रेन सेटअप, बेहतर सीटिंग, कम यात्रा समय) यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाएंगी। इससे न सिर्फ यात्रियों का समय बचेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था, सीमा-व्यापार और पर्यटन पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। साथ ही यह कदम बिहार में सेमी-हाईस्पीड रेल कनेक्टिविटी की दिशा में महत्वपूर्ण संकेत माना जाएगा।
आगे क्या अपेक्षा रखें
रेलवे की ओर से रूट, रोज़ाना परिचालन, टिकट-कक्ष, किराया और आरक्षण की आधिकारिक जानकारी जारी होते ही यात्रियों के लिए बुकिंग और यात्रा-सुविधाओं की घोषणाएँ आ जाएँगी। तब तक स्थानीय प्रशासन और रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर—खासकर स्टेशनों पर पब्लिक-एड्स और सीमा कनेक्टिविटी के इंतज़ामों—पर नजर रखी जा रही है।