वॉशिंगटन/अलास्का, विशेष प्रतिनिधि — शनिवार का दिन अमेरिकी इतिहास में उस असाधारण घटना के रूप में दर्ज हो गया, जिसने व्हाइट हाउस की दशकों पुरानी कूटनीतिक परंपराओं को तोड़ दिया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात में ऐसे दृश्य सामने आए, जिन्होंने न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय समीकरण हिला दिए बल्कि अमेरिका की वैश्विक नेतृत्व की छवि पर भी गहरी चोट कर दी।
एयरपोर्ट पर असाधारण दृश्य
अलास्का एयरपोर्ट पर जब पुतिन का विमान उतरा, तो राष्ट्रपति ट्रंप स्वयं रेड कारपेट पर खड़े होकर उनका इंतज़ार कर रहे थे। पुतिन विमान से उतरने में 43 मिनट देर लगाए, मगर ट्रंप पूरे समय प्रोटोकॉल तोड़ते हुए खड़े रहे। यह वह क्षण था जिसे विशेषज्ञों ने अमेरिकी राष्ट्रपति की “कूटनीतिक झुकाव” और पुतिन की “रणनीतिक प्रभुत्व” का प्रतीक करार दिया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस का पलटा समीकरण
संयुक्त प्रेस वार्ता में भी प्रोटोकॉल टूट गया। परंपरा के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति सबसे पहले बोलते हैं, मगर जब ट्रंप उठे तो पुतिन ने हाथ के इशारे से उन्हें बैठा दिया और खुद बोलना शुरू किया। यह दृश्य अमेरिकी राजनीति में अभूतपूर्व माना जा रहा है। विश्लेषकों के अनुसार यह पल पुतिन के आत्मविश्वास और ट्रंप की कूटनीतिक असहजता का जीवंत प्रमाण था।
युद्धविराम नहीं, मिसाइलों की गूँज
करीब तीन घंटे चली बातचीत में यूक्रेन युद्ध रोकने पर कोई सहमति नहीं बनी। बैठक खत्म होते ही पुतिन ने आदेश दिया और यूक्रेन पर 24 मिसाइलें दागी गईं। सूत्रों का दावा है कि ये मिसाइलें मूल रूप से अमेरिकी ठिकानों की ओर लक्षित थीं, मगर बातचीत के दौरान माहौल संतुलित रखने के लिए इन्हें मोड़ दिया गया।
रूस का रणनीतिक दबदबा
बैठक से पहले ही रूस ने अमेरिका को समुद्र से चारों ओर से घेर लिया था। परमाणु पनडुब्बियों की मौजूदगी ने अमेरिका को गहरे दबाव में ला दिया। ट्रंप पूरे समय संयमित रहे और केवल वही बोले, जिसकी इजाजत पुतिन ने दी। यह स्थिति अमेरिका के लिए असहज और रूस के लिए निर्णायक मानी जा रही है।
वैश्विक प्रभाव और व्यंग्यात्मक विश्लेषण
विशेषज्ञों का कहना है कि यह मुलाकात अमेरिका की “वैश्विक नेतृत्व” की पुरानी छवि पर करारा प्रहार है। अब तक दुनिया को शर्तें सुनाने वाला अमेरिका पहली बार एक “रक्षात्मक मुद्रा” में दिखाई दिया।
एक वरिष्ठ रणनीतिक विश्लेषक ने कटाक्ष करते हुए कहा,
“हर बाप का एक बाप होता है। आज पुतिन ने अमेरिका को उसके ही घर में यह सबक याद दिला दिया।”