इस वर्ष भारत 26वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है—एक ऐसा दिन जो भारतीय सेना के अदम्य साहस, पराक्रम और देशभक्ति की अमिट गाथा का प्रतीक है। 1999 में 85 दिनों तक चले इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान की घुसपैठ का मुंहतोड़ जवाब देते हुए कारगिल की ऊंची चोटियों पर दोबारा तिरंगा लहराया था।
इस ऐतिहासिक दिन की स्मृति में लखनऊ में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और कारगिल युद्ध में वीरगति प्राप्त सैनिकों के त्याग को नमन किया।
सीएम योगी बोले— “शौर्य के सामने दुश्मन की एक न चली”
मुख्यमंत्री योगी ने कहा:“भारत माता के उन अमर सपूतों ने जब दुश्मनों ने भारत की अखंडता को ललकारा, तो उन्हें करारा जवाब दिया। हमारे सैनिकों ने -50 डिग्री तापमान और कठिन पहाड़ी हालात में जान की बाजी लगाकर भारत की सीमाओं की रक्षा की।”
#WATCH | Lucknow: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath says, “…The Kargil war was imposed by Pakistan. A befitting reply was given to the enemy under Operation Vijay. Kargil was a challenging place where the temperature remains minus 50 degrees even during the day. But… https://t.co/s4ZvyTPN3e pic.twitter.com/SLpt4mHCT0
— ANI (@ANI) July 26, 2025
❝ पाकिस्तान ने थोपा था युद्ध, भारत ने दिया निर्णायक जवाब ❞
योगी आदित्यनाथ ने पाकिस्तान की कायराना हरकतों को उजागर करते हुए कहा कि 1999 का कारगिल युद्ध पाकिस्तान द्वारा थोपा गया था, जब घुसपैठियों ने कारगिल की ऊंची पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया।“चरवाहों ने भारतीय सेना को घुसपैठ की जानकारी दी, सेना ने तत्परता से सरकार को सूचित किया। इसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ऑपरेशन विजय शुरू कर दुश्मनों को धूल चटाई।”
“भारत न झुका था, न झुकेगा”
सीएम योगी ने कहा कि युद्ध के दौरान पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ अमेरिका की मदद की भीख मांगने गए थे। अमेरिका ने भारत पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन वाजपेयी अडिग रहे।“भारत ने स्पष्ट कहा—जब तक एक भी घुसपैठिया भारतीय सीमा में है, भारत झुकेगा नहीं। या तो वो भागेंगे या फिर मारे जाएंगे। और वही हुआ—पाक को आत्मसमर्पण करना पड़ा।”
कारगिल की गाथा आज भी प्रेरणा का स्रोत
सीएम योगी ने इस मौके पर कारगिल युद्ध को देश की सैन्य शक्ति और संकल्प का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना की वीरता आज भी नई पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत है और देश के सम्मान के लिए सर्वोच्च बलिदान देने की भावना को जीवित रखती है।