पटना। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव पार्टी और परिवार से बेदखली के बाद एक बार फिर चर्चा में हैं। हाल ही में, उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से हुई एक महत्वपूर्ण वीडियो कॉल पर लंबी बातचीत की जानकारी साझा करते हुए सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट किया है।
तेज प्रताप ने लिखा, “आज मेरे परिवार के सबसे प्यारे सदस्यों में से एक, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मेरी वीडियो कॉल पर लंबी बातचीत हुई। बिहार के बदलते राजनीतिक हालात पर गहराई से चर्चा हुई। अखिलेश जी हमेशा से मेरे दिल के बेहद करीब रहे हैं, और आज जब अचानक उनका हालचाल जानने के लिए कॉल आया तो ऐसा महसूस हुआ कि इस संघर्ष में मैं अकेला नहीं हूं।”
‘चक्रव्यूह तोड़ूंगा, सच सामने आएगा’
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर एक धमकी भरा पोस्ट किया था। बिना किसी का नाम लिए उन्होंने लिखा था, “मेरी खामोशी को मेरी कमजोरी मत समझना। तुम्हें लगता है कि मुझे तुम्हारी साजिशों का पता नहीं है? शुरू तुमने किया है, अंत मैं करूंगा। इस झूठ और फरेब के चक्रव्यूह को तोड़ूंगा — तैयार रहना, सच सामने आने वाला है।”
तेज प्रताप का यह संदेश तब आया था, जब 12 साल पुराने एक अफेयर को लेकर उनकी एक पोस्ट वायरल हो गई थी, जिसमें अनुष्का यादव के साथ उनकी फोटो शेयर की गई थी।
‘अकाउंट हैक’ होने के दावे पर मचा था बवाल
इस वायरल फोटो के बाद बिहार की सियासत में भारी हड़कंप मच गया था। तेज प्रताप ने दावा किया कि उनका अकाउंट हैक हो गया था, लेकिन तब तक इस विवाद ने राजनीतिक गलियारों में भूचाल ला दिया था। इसके तुरंत बाद लालू प्रसाद यादव ने सख्त रुख अपनाते हुए बेटे तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बेदखल कर दिया था। लालू यादव ने कहा था कि तेज प्रताप का व्यवहार परिवार के मूल्यों और संस्कारों के खिलाफ है, इसलिए पार्टी और परिवार में उनका कोई स्थान नहीं रहेगा।
अब अखिलेश यादव से हुई इस लंबी बातचीत के बाद सियासी गलियारों में अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या तेज प्रताप यादव बिहार में नए राजनीतिक समीकरण बनाने जा रहे हैं?