गाजीपुर: एक ओर जहां प्रदेश भर में पौधारोपण अभियान और वन महोत्सव को लेकर जागरूकता फैलाई जा रही है, वहीं दूसरी ओर कासिमाबाद विकासखंड परिसर में एक वर्षों पुराना विशाल सेमर का पेड़ काटे जाने का मामला सामने आया है। शुक्रवार सुबह इस पेड़ को खंडित कर ट्रॉली में तिरपाल से ढंककर बेचने के लिए ले जाया गया, जिससे क्षेत्र में नाराज़गी का माहौल है।स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि यह पेड़ ब्लॉक परिसर के अंदर स्थित था और उसकी कटाई बिना किसी वैध सरकारी अनुमति के की गई है। पेड़ को हटाने की प्रक्रिया से यह प्रतीत होता है कि सरकारी नियमों की अनदेखी की गई है, क्योंकि किसी भी सरकारी संपत्ति में लगे पेड़ को काटने के लिए विधिवत मूल्यांकन और विभागीय स्वीकृति जरूरी होती है।खंड विकास अधिकारी अनिल कुमार राय ने इस संबंध में कहा कि पेड़ बहुत बड़ा नहीं था और बाउंड्री वॉल के निर्माण कार्य में बाधा बन रहा था, इसलिए हटाया गया। हालांकि, पेड़ की बिक्री के सवाल पर उन्होंने चुप्पी साध ली।वहीं वन क्षेत्राधिकारी विजय प्रकाश पाठक ने बताया कि उन्हें जब इसकी सूचना मिली तो तत्काल पेड़ कटाई का कार्य रुकवाया गया। यदि पेड़ की बिक्री हुई है तो इसकी जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।ग्रामीणों ने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर अनियमितता पाए जाने पर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि पर्यावरण संरक्षण के नाम पर चल रहे अभियानों की गंभीरता बनी रहे।