
गाजीपुर। करंडा ब्लॉक परिसर में भ्रष्टाचार के विरोध में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन अब रात में भी जारी है। ग्राम प्रधान राजेश बनवासी के नेतृत्व में यह आंदोलन अखिल भारतीय खेत ग्रामीण मजदूर सभा के बैनर तले किया जा रहा है, जो धीरे-धीरे जनआंदोलन का रूप लेता जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पंचायत से जुड़ी सभी योजनाओं में कमीशनखोरी और घूसखोरी का बोलबाला है। बिना रिश्वत दिए कोई काम स्वीकृत नहीं हो रहा। ग्राम प्रधानों से खुलेआम कटौती की मांग की जा रही है। राजेश बनवासी ने बताया कि करंडा ग्राम सभा में बने पंचायत सचिवालय का भुगतान महीनों से रोक दिया गया है।
उन्होंने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “शिकायतें कई बार लिखित में दी गई हैं, लेकिन अफसर कान में तेल डालकर बैठे हैं। यह केवल वित्तीय गड़बड़ी नहीं, लोकतंत्र के साथ विश्वासघात है। जब तक जिलाधिकारी खुद आकर जनता की बात नहीं सुनते, धरना समाप्त नहीं होगा। आवश्यकता पड़ी तो हम भूख हड़ताल पर भी बैठेंगे।”
धरने में बड़ी संख्या में ग्रामीण, महिलाएं, युवा और मजदूर शामिल हैं, जो दिन-रात डटे हुए हैं। शांतिपूर्ण लेकिन उग्र तेवरों के साथ वे नारेबाजी कर रहे हैं:
- “रिश्वत लो, काम करो—अब ये नहीं चलेगा!”
- “DM साहब बाहर आईए, करंडा की सच्चाई सुनिए!”
खबर लिखे जाने तक कोई भी वरिष्ठ अधिकारी धरनास्थल पर नहीं पहुंचा था, जिससे लोगों का आक्रोश और बढ़ रहा है। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट किया है कि यदि प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई नहीं की, तो यह आंदोलन पूरे ज़िले में फैल सकता है।