
Manipur: CM N. Biren Singh Resigns, Possibility of President’s Rule: मणिपुर में जातीय हिंसा के करीब दो साल बाद मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने रविवार शाम अपना इस्तीफा दे दिया। हिंसा के बाद उनकी सरकार पर कई मुद्दों को लेकर तीखी आलोचना हो रही थी, जिसके चलते उन्होंने पद छोड़ने का फैसला लिया। हालांकि, फिलहाल वह कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कामकाज संभाल रहे हैं।
बीजेपी अगर जल्द नए मुख्यमंत्री का चयन नहीं करती और विधानसभा सत्र आयोजित नहीं होता, तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी सरकार बनाने के लिए कोई कदम नहीं उठाएगी, जिससे राज्य में राजनीतिक अनिश्चितता और बढ़ गई है।
संवैधानिक बाध्यता से बढ़ी राष्ट्रपति शासन की संभावना
संविधान के अनुसार, दो विधानसभा सत्रों के बीच अधिकतम छह महीने का अंतर होना चाहिए। मणिपुर में यह समय सीमा आज (बुधवार) को समाप्त हो रही है, लेकिन अब तक कोई भी दल या गठबंधन सरकार बनाने का दावा पेश नहीं कर पाया है। ऐसे में राज्य में राष्ट्रपति शासन की संभावना प्रबल हो गई है।
सरकार गठन की कोशिशें जारी
सूत्रों का कहना है कि विधानसभा भंग करने को लेकर संवैधानिक प्रावधान पूरी तरह स्पष्ट नहीं हैं। इसलिए सरकार गठन की संभावनाएं तलाशने की कोशिश जारी है। यदि कोई ठोस समाधान नहीं निकलता, तो राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है। इस पर अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे से लौटने के बाद होने की संभावना है।