गाजीपुर। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आकांक्षात्मक विकास खंडों की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने राज्य सरकार द्वारा चयनित छह आकांक्षात्मक विकास खंडों – रेवतीपुर, सादात, देवकली, बाराचवर, विरनो और मरदह में चल रहे विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की।
मुख्यमंत्री आकांक्षात्मक ब्लॉक योजना पर सख्त
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन विकास खंडों में स्वास्थ्य, कुपोषण, जल संसाधन, शिक्षा, कौशल विकास, वित्तीय समावेशन, कृषि, आधारभूत अवसंरचना जैसे प्रमुख क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह योजना शासन की शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है, और मुख्यमंत्री स्वयं इसकी निगरानी कर रहे हैं। ऐसे में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।
सभी विभागों को मिलकर करना होगा कार्य
जिलाधिकारी ने कहा कि आकांक्षात्मक विकास खंडों में योजनाओं का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करना सभी विभागों की सामूहिक जिम्मेदारी है। इसके तहत सरकार की योजनाओं का लाभ हर जरूरतमंद तक पहुंचाना अनिवार्य है। उन्होंने अधिकारियों को योजनाओं की समयबद्ध और गुणवत्ता पूर्ण क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
इन अधिकारियों की रही उपस्थिति
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, मुख्य चिकित्साधिकारी सुनील पांडेय, परियोजना निदेशक राजेश यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी अंशुल मौर्य, अर्थ एवं संख्याधिकारी चंद्रशेखर, डीसी एनआरएलएम, संबंधित खंड विकास अधिकारी और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने अंत में सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे फील्ड में जाकर योजनाओं की जमीनी हकीकत परखें और जनता को अधिक से अधिक लाभान्वित करें। उन्होंने अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने और निर्धारित समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
