
Kamal Nath Madhya Pradesh Why upset in Congress Jitu Patwari Rahul Gandhi delhi politics: मध्य प्रदेश चुनाव के बाद कांग्रेस में साइड लाइन हुए कमलनाथ की नाराजगी अब खुलकर सामने आने लगी है। भोपाल में एक बैठक के दौरान कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मीटिंग्स की खबर उन्हें अखबारों से मिलती है और संगठन में हो रही नियुक्तियों की जानकारी भी उन्हें नहीं दी जाती। इस पर उनका कहना था कि प्रदेश कांग्रेस में अब उनकी कोई पूछ-परख नहीं है।
कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस के नेताओं पर आरोप लगाया कि वे मनमाने तरीके से बैठक बुलाते हैं और फैसले लेते हैं। यह स्थिति दिल्ली तक चर्चा का विषय बन गई है।
क्यों नाराज हैं कमलनाथ?
कमलनाथ, जो 2023 तक मध्य प्रदेश में कांग्रेस के प्रमुख नेता थे, अब साइडलाइन हो गए हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद उन्हें कोई बड़ा पद नहीं मिला। लोकसभा चुनाव में उनके बेटे को टिकट मिला था, लेकिन वे भी जीत नहीं पाए। कांग्रेस में उनकी उपेक्षा की एक वजह उनकी उम्र और 2023 में हुई पार्टी की हार भी मानी जा रही है।
कमलनाथ, जो पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं, अब किसी महत्वपूर्ण पद पर नहीं हैं। 2024 में राज्यसभा भेजे जाने के चर्चा के बावजूद, कांग्रेस ने उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी। इसके अलावा, कमलनाथ की नाराजगी की एक वजह यह भी है कि प्रदेश में उनकी उपस्थिति और प्रभाव को अब कम किया जा रहा है, जिससे उनकी स्थिति कमजोर हुई है।
कांग्रेस में कमलनाथ का भविष्य
कांग्रेस में कमलनाथ के साइडलाइन होने की तीन बड़ी वजहें हैं। एक तो उनकी उम्र, दूसरी उनकी कार्यशैली, और तीसरी वजह उनकी बीजेपी में जाने की चर्चाएं। पार्टी में कमलनाथ की अहमियत घटने से छिंदवाड़ा जैसे गढ़ में भी बीजेपी ने सेंध लगाई है। वहीं, कमलनाथ चाहते हैं कि कांग्रेस में कुछ बड़े नेता जो बीजेपी में चले गए थे, उनका वापसी हो, लेकिन मौजूदा संगठन से उनकी बात नहीं बन पा रही है।